Network Classification in Hindi

Network Classification in Computer network in Hindi | नेटवर्क का वर्गीकरण :


  • कंप्यूटर नेटवर्क एक ऐसी प्रणाली है जिसमें विभिन्न उपकरणों (डिवाइसेस) को एक दूसरे से कनेक्ट करके डेटा का आदान-प्रदान किया जाता है। 
  • नेटवर्क का वर्गीकरण (Classification of Network) विभिन्न मापदंडों के आधार पर किया जाता है, जैसे आकार, भौगोलिक विस्तार, डेटा ट्रांसमिशन की विधि, उपयोगकर्ता की भूमिका आदि।
  •  यह वर्गीकरण हमें यह समझने में मदद करता है कि किसी नेटवर्क की संरचना क्या है और वह किस तरह से कार्य करता है। नेटवर्क को उनके आकार और भौगोलिक क्षेत्र के आधार पर कई प्रकारों में विभाजित किया जा सकता है।
  • नेटवर्क का वर्गीकरण नेटवर्क की संरचना, कार्यप्रणाली और उसके उपयोग की दक्षता को समझने में सहायता करता है। विभिन्न प्रकार के नेटवर्क, जैसे LAN, MAN, WAN, डेटा को विभिन्न दूरी और विधियों के आधार पर ट्रांसफर करने की क्षमता रखते हैं। 
  • टोपोलॉजी के आधार पर, नेटवर्क के भिन्न-भिन्न डिज़ाइन होते हैं, जिनके अपने-अपने लाभ और सीमाएं होती हैं।
नेटवर्क का वर्गीकरण विभिन्न मापदंडों के आधार पर किया जाता है:

1. भौगोलिक क्षेत्र (Geographical Area) के आधार पर नेटवर्क का वर्गीकरण
2. टोपोलॉजी (Topology) के आधार पर नेटवर्क का वर्गीकरण
3. डेटा ट्रांसमिशन की दिशा (Data Transmission Method) के आधार पर नेटवर्क का वर्गीकरण
4. नेटवर्क की स्वामित्व (Ownership) के आधार पर नेटवर्क का वर्गीकरण

1. भौगोलिक क्षेत्र के आधार पर नेटवर्क का वर्गीकरण

यह वर्गीकरण नेटवर्क के भौगोलिक विस्तार के आधार पर किया जाता है, जिसमें विभिन्न आकार और दूरी के नेटवर्क आते हैं। इस वर्गीकरण में मुख्य रूप से तीन प्रकार के नेटवर्क आते हैं:

LAN (Local Area Network) :

परिभाषा: LAN एक ऐसा नेटवर्क है जो छोटे भौगोलिक क्षेत्र, जैसे एक ऑफिस, स्कूल, या घर के अंदर कनेक्टेड डिवाइसेस के बीच डेटा साझा करता है। यह हाई-स्पीड और लो-कॉस्ट नेटवर्क होता है।

विशेषताएँ:

  • LAN का आकार छोटा होता है, जिसमें कुछ मीटर से लेकर कुछ किलोमीटर तक की दूरी होती है।
  • इसमें डेटा ट्रांसफर की स्पीड 100 Mbps से 1 Gbps तक हो सकती है।
  • यह नेटवर्क एक ही संगठन या संस्थान के अंतर्गत आता है।
  • उदाहरण: किसी ऑफिस का नेटवर्क, स्कूल का कंप्यूटर लैब।

MAN (Metropolitan Area Network):

  • परिभाषा: MAN एक ऐसा नेटवर्क है जो पूरे शहर या मेट्रोपॉलिटन एरिया को कवर करता है। यह कई LAN नेटवर्क्स को जोड़ता है और एक बड़े भौगोलिक क्षेत्र में डेटा ट्रांसफर करता है।

विशेषताएँ:

  • यह नेटवर्क LAN से बड़ा होता है लेकिन WAN से छोटा।
  • इसका उपयोग शहरी क्षेत्रों में बड़े संगठनों और सरकारी कार्यालयों के बीच संचार के लिए किया जाता है।
  • इसकी स्पीड LAN से कम और WAN से अधिक होती है।
  • उदाहरण: किसी शहर में स्थित विभिन्न शाखाओं के बैंक, विश्वविद्यालय का नेटवर्क जो एक ही शहर में स्थित हो।

WAN (Wide Area Network):

  • परिभाषा: WAN एक ऐसा नेटवर्क होता है जो बहुत बड़े भौगोलिक क्षेत्र, जैसे देश या विश्व स्तर पर डिवाइसेस को जोड़ता है। यह नेटवर्क विभिन्न शहरों, देशों, और यहां तक कि महाद्वीपों तक फैला होता है।

विशेषताएँ:

  • WAN में डेटा ट्रांसफर की स्पीड कम होती है, और यह नेटवर्क बहुत महंगा होता है।
  • यह नेटवर्क कई LANs और MANs को एक साथ जोड़ता है।
  • इसमें इंटरनेट का उपयोग किया जाता है।
  • उदाहरण: इंटरनेट, मल्टीनेशनल कंपनी का नेटवर्क जो कई देशों में फैला हो।

2. टोपोलॉजी के आधार पर नेटवर्क का वर्गीकरण

नेटवर्क टोपोलॉजी उस तरीके को दर्शाती है जिससे नेटवर्क में जुड़े हुए डिवाइस एक दूसरे से जुड़े होते हैं। इसके कुछ प्रमुख प्रकार हैं:

बस टोपोलॉजी (Bus Topology) :

  • इस प्रकार के नेटवर्क में सभी डिवाइस एक मुख्य केबल (बस) के साथ जुड़े होते हैं।
  • इसमें डेटा केवल एक ही दिशा में यात्रा करता है।
  • यदि मुख्य केबल टूट जाए, तो पूरा नेटवर्क काम करना बंद कर देता है।

रिंग टोपोलॉजी (Ring Topology):

  • इस प्रकार के नेटवर्क में सभी डिवाइस एक सर्कुलर रिंग में जुड़े होते हैं।
  • डेटा एक निश्चित दिशा में एक डिवाइस से दूसरे डिवाइस तक घूमता रहता है।

स्टार टोपोलॉजी (Star Topology) :

  • इसमें सभी डिवाइस एक केंद्रीय डिवाइस (हब या स्विच) के माध्यम से जुड़े होते हैं।
  • यदि कोई डिवाइस या केबल विफल हो जाती है, तो बाकी नेटवर्क प्रभावित नहीं होता।

मेश टोपोलॉजी (Mesh Topology):

  • इस टोपोलॉजी में हर डिवाइस अन्य डिवाइस के साथ सीधे जुड़ा होता है।
  • यह सबसे अधिक विश्वसनीय टोपोलॉजी मानी जाती है क्योंकि डेटा के कई मार्ग होते हैं।

3. डेटा ट्रांसमिशन की दिशा के आधार पर नेटवर्क का वर्गीकरण

डेटा ट्रांसमिशन की दिशा के आधार पर नेटवर्क को तीन प्रकार में वर्गीकृत किया जाता है:

सिंप्लेक्स (Simplex):

  • इसमें डेटा केवल एक दिशा में भेजा जा सकता है, यानी एक डिवाइस हमेशा भेजने का काम करता है और दूसरा डिवाइस हमेशा प्राप्त करता है।
  • उदाहरण: टेलीविज़न प्रसारण।

हाफ डुप्लेक्स (Half-Duplex):

  • इसमें डेटा दोनों दिशाओं में भेजा जा सकता है, लेकिन एक समय पर केवल एक दिशा में।
  • उदाहरण: वॉकी-टॉकी।

फुल डुप्लेक्स (Full-Duplex):

  • इसमें डेटा दोनों दिशाओं में एक साथ भेजा और प्राप्त किया जा सकता है।
  • उदाहरण: टेलीफोन कॉल।

4. नेटवर्क की स्वामित्व के आधार पर नेटवर्क का वर्गीकरण

प्राइवेट नेटवर्क (Private Network):

  • यह नेटवर्क किसी एक संगठन या व्यक्ति द्वारा नियंत्रित और उपयोग किया जाता है। इसका उपयोग विशिष्ट उद्देश्य के लिए किया जाता है।
  • उदाहरण: किसी कंपनी का इंट्रानेट।

पब्लिक नेटवर्क (Public Network):

  • यह नेटवर्क सभी लोगों के लिए उपलब्ध होता है और इसे उपयोग करने के लिए अनुमति की आवश्यकता नहीं होती।
  • उदाहरण: इंटरनेट।

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