Cloud Computing SalesForce Setup Page in Hindi
What is Setup in Hindi | सेल्सफोर्स में सेटअप क्या है
Salesforce में Setup एक केंद्रीय स्थान है, जहां से आप Salesforce ऑर्गनाइजेशन के कस्टमाइज़ेशन, कॉन्फ़िगरेशन, और एडमिनिस्ट्रेशन से संबंधित सभी कार्य कर सकते हैं।
Setup के माध्यम से आप नए ऑब्जेक्ट्स, फील्ड्स, वर्कफ़्लोज़, प्रोफाइल्स, और अन्य सेटिंग्स को मैनेज और क्रिएट कर सकते हैं। यह Salesforce का "बैकएंड" है, जहां एडमिन्स और डेवलपर्स सिस्टम को कस्टमाइज़ करने के लिए काम करते हैं।
Features of Setup in Salesforce in Hindi | सेल्सफोर्स में Setup के मुख्य फीचर्स :
- Configuration : इसमें ऑब्जेक्ट्स, फील्ड्स, वेलिडेशन रूल्स, वर्कफ़्लो रूल्स, प्रोसेस बिल्डर, और फ्लोज़ जैसी चीजें सेट की जाती हैं। आप विभिन्न कार्यों के लिए एप्लिकेशंस को कॉन्फ़िगर कर सकते हैं।
- Security : यहां से आप प्रोफाइल्स, पर्मिशन सेट्स, रोल्स, शेरिंग सेटिंग्स, और अन्य सुरक्षा नीतियों को प्रबंधित कर सकते हैं।
- Data Management : डेटा इंपोर्ट, डेटा एक्सपोर्ट, डेटा वेलिडेशन, डुप्लिकेट मैनेजमेंट, और रिकॉर्ड्स को साफ-सुथरा रखने के लिए यहाँ सेटिंग्स की जाती हैं।
- User Management : यहां से आप नए यूज़र्स बना सकते हैं, प्रोफाइल्स और रोल्स असाइन कर सकते हैं, और पर्मिशन सेट्स को मैनेज कर सकते हैं।
- Apps and Objects : आप नए कस्टम ऐप्स, टैब्स, और कस्टम ऑब्जेक्ट्स बना सकते हैं। आप पेज लेआउट्स, रिकॉर्ड टाइप्स, और ऑब्जेक्ट्स के बीच संबंध भी सेट कर सकते हैं।
- Reports and Dashboards : यहां से आप रिपोर्ट्स और डैशबोर्ड्स को क्रिएट और कस्टमाइज़ कर सकते हैं। यह आपको डेटा को विश्लेषित और विज़ुअलाइज़ करने में मदद करता है।
- Integration : आप Salesforce को अन्य थर्ड-पार्टी एप्लिकेशन से इंटीग्रेट करने के लिए API सेटिंग्स, एक्सटर्नल ऐप्स, और डेटा कनेक्टर्स को कॉन्फ़िगर कर सकते हैं।
- Deployment and Sandbox : Setup में आप डिप्लॉयमेंट सेटिंग्स को कॉन्फ़िगर कर सकते हैं और Sandbox (एक टेस्टिंग वातावरण) को मैनेज कर सकते हैं।
- Automation : यहां से आप ऑटोमेशन टूल्स जैसे वर्कफ़्लो रूल्स, प्रोसेस बिल्डर, फ्लोज़, और अपेक्स ट्रिगर्स सेट कर सकते हैं।
Type of Setup in Salesforce in Hindi | सेल्सफोर्स में Setup के प्रकार :
- Custom Setup : यह आपके Salesforce ऑर्गनाइजेशन के लिए विशेष रूप से कस्टमाइज़ की गई सेटिंग्स होती हैं। इसमें कस्टम ऑब्जेक्ट्स, कस्टम फील्ड्स, कस्टम प्रोफाइल्स, और रोल्स शामिल होते हैं।
- Security Setup : यह प्रकार उन सेटिंग्स पर ध्यान केंद्रित करता है जो डेटा और उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करती हैं। इसमें प्रोफाइल्स, पर्मिशन सेट्स, और रोल्स जैसे एलिमेंट्स शामिल होते हैं।
- Data Management Setup : इसमें डेटा के इंपोर्ट, एक्सपोर्ट, डेटा क्लीनिंग, और डुप्लिकेट मैनेजमेंट जैसी सेटिंग्स शामिल होती हैं।
- App Setup : इसमें आपके कस्टम ऐप्स, पेज लेआउट्स, और ऑब्जेक्ट्स की सेटिंग्स को कॉन्फ़िगर किया जाता है। इसमें आप कस्टम टैब्स और पेज लेआउट्स बना सकते हैं।
- Integration Setup : यह Salesforce को अन्य थर्ड-पार्टी सिस्टम्स और ऐप्स के साथ इंटीग्रेट करने के लिए सेटिंग्स प्रदान करता है, जैसे API सेटिंग्स और कनेक्टर्स।
- Deployment Setup : इसमें आपके Salesforce सिस्टम को नए फीचर्स और सेटिंग्स के साथ अपडेट करने के लिए सेटिंग्स होती हैं, जैसे चेंज सेट्स, सैंडबॉक्स और लाइव ऑर्गनाइजेशन के बीच परिवर्तन को मैनेज करना।
- User Setup : यहां से आप यूजर्स को एडमिनिस्टर कर सकते हैं, नए यूज़र्स जोड़ सकते हैं, और उनके एक्सेस और पर्मिशंस को सेट कर सकते हैं।
Personal Setup in Salesforce in Hindi | सेल्सफोर्स में पर्सनल सेटअप क्या है
Personal Setup : Salesforce में वह स्थान है जहाँ उपयोगकर्ता अपनी व्यक्तिगत सेटिंग्स को कस्टमाइज़ और प्रबंधित कर सकते हैं।
यह सेक्शन विशेष रूप से उन सेटिंग्स पर ध्यान केंद्रित करता है जो प्रत्येक उपयोगकर्ता के अनुभव को उनके काम के अनुसार अनुकूलित करती हैं।
Main Settings Personal Setup In Salesforce in Hindi | सेल्सफोर्स में Personal Setup में मुख्य सेटिंग्स :
1. Personal Information :
User Details : यहां आप अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे नाम, उपनाम, ईमेल, और फोन नंबर को अपडेट कर सकते हैं।
Change Password : पासवर्ड बदलने का विकल्प।
Security Questions : आप अपनी सुरक्षा प्रश्न और उत्तर सेट कर सकते हैं, जो पासवर्ड रिकवरी में मदद करते हैं।
Login History : आपके हाल के लॉगिन्स का रिकॉर्ड, जिससे आप यह देख सकते हैं कि आपके अकाउंट में कौन और कब लॉग इन हुआ है।
2. Email Settings :
Email Signatures : आप अपने ईमेल सिग्नेचर को कस्टमाइज़ कर सकते हैं जो आपके द्वारा Salesforce से भेजे गए ईमेल में दिखेगा।
Email Preferences : आप यह चुन सकते हैं कि कौन से ईमेल नोटिफिकेशन प्राप्त करना है और कौन से नहीं।
3. Display and Layout Settings :
Tab Customization : आप यह चुन सकते हैं कि आपके होम पेज और अन्य ऐप्स में कौन से टैब दिखें और उनकी प्राथमिकता क्या हो।
Theme and Appearance : Salesforce के लिए थीम, कलर स्कीम और लेआउट को कस्टमाइज़ करने का विकल्प।
Compact Layout : रिकॉर्ड्स के लिए कॉम्पैक्ट लेआउट को चुनें और कस्टमाइज़ करें, जो महत्वपूर्ण जानकारी को एक नज़र में देखने में मदद करता है।
4. Language and Time Zone :
Locale Settings : आप अपनी प्राथमिक भाषा, समय क्षेत्र, और क्षेत्रीय प्रारूप जैसे दिनांक और संख्या प्रारूप को सेट कर सकते हैं।
Time Zone : आपके द्वारा चुने गए समय क्षेत्र के अनुसार Salesforce टाइम्स और डेडलाइन्स दिखाएगा।
5.Calendar and Activity Settings :
Reminders and Notifications : रिमाइंडर्स और नोटिफिकेशन सेट करने का विकल्प, जिससे आप अपने काम को समय पर पूरा कर सकें।
Event Syncing : Google Calendar या Outlook के साथ अपने कैलेंडर को सिंक करने का विकल्प, जिससे सभी मीटिंग्स और इवेंट्स को एक जगह मैनेज किया जा सके।
6. Desktop Integration:
Salesforce for Outlook : आप Salesforce को Outlook के साथ इंटीग्रेट कर सकते हैं, जिससे ईमेल्स और कैलेंडर इवेंट्स को सिंक्रोनाइज किया जा सके।
Email to Salesforce : अपने ईमेल्स को सीधे Salesforce रिकॉर्ड्स में अटैच करने का विकल्प।
7.Accessibility Settings:
Screen Reader Support : स्क्रीन रीडर्स के लिए सपोर्ट एक्टिवेट करना, जिससे नेविगेशन और उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस का उपयोग करना आसान हो जाता है।
Keyboard Shortcuts : कीबोर्ड शॉर्टकट्स को कस्टमाइज़ करने का विकल्प, जिससे आप बिना माउस के Salesforce का उपयोग कर सकते हैं।
8. connections :
Connected Apps : आप देख सकते हैं कि कौन से थर्ड-पार्टी ऐप्स आपके Salesforce अकाउंट से जुड़े हुए हैं, और उन ऐप्स को मैनेज कर सकते हैं।
9. Activity Reminders:
Pop-up Reminders : आपको कब और कैसे रिमाइंडर्स चाहिए, इसे सेट कर सकते हैं।
Task and Event Notifications : कौन से टास्क्स और इवेंट्स के लिए आपको नोटिफिकेशन चाहिए, इसे कस्टमाइज़ कर सकते हैं।
Importance of Personal Setup in Salesforce in Hindi | सेल्सफोर्स में Personal Setup का महत्व :
User Experience: यह प्रत्येक उपयोगकर्ता को Salesforce का व्यक्तिगत रूप से अनुकूलित अनुभव प्रदान करता है, जिससे उनका काम आसान और कुशल हो जाता है।
Security : Personal Setup के माध्यम से उपयोगकर्ता अपने अकाउंट की सुरक्षा को और भी मजबूत कर सकते हैं, जैसे कि पासवर्ड बदलना और लॉगिन अलर्ट सेट करना।
Efficiency: व्यक्तिगत सेटिंग्स को कस्टमाइज़ करके, उपयोगकर्ता अपने कार्यक्षेत्र को बेहतर बना सकते हैं और अधिक प्रोडक्टिव हो सकते हैं।
What is Application Setup in Salesforce in Hindi | सेल्सफोर्स में एप्लीकेशन क्या है :
Application Setup : Salesforce में वह सेटिंग्स और कॉन्फ़िगरेशन का हिस्सा है, जो एक ऐप्लिकेशन के निर्माण, कस्टमाइज़ेशन, और प्रबंधन से संबंधित होता है।
यह आपके Salesforce ऑर्गनाइजेशन में विभिन्न एप्लिकेशन के भीतर काम करने वाले उपयोगकर्ताओं के लिए कार्यक्षमता को निर्धारित करता है।
Component of Application Setup In Salesforce in Hindi | Application Setup के मुख्य घटक :
1. Apps :
Custom Apps : Salesforce में अपने व्यवसाय की ज़रूरतों के अनुसार कस्टम ऐप्स बना सकते हैं। ये ऐप्स कई ऑब्जेक्ट्स, टैब्स, और विजुअलफोर्स पेजेज़ को एकजुट करते हैं।
App Manager : यहाँ से आप नई कस्टम ऐप्स क्रिएट कर सकते हैं और मौजूदा ऐप्स को मैनेज कर सकते हैं। इसमें आप ऐप्स के नाम, आइकॉन, और नेविगेशन सेटिंग्स को कस्टमाइज़ कर सकते हैं।
2. Objects and Fields :
Custom Objects : आप नए कस्टम ऑब्जेक्ट्स बना सकते हैं जो आपके व्यवसाय की ज़रूरतों को पूरा करते हैं। उदाहरण के लिए, "Projects" या "Tasks" नाम के कस्टम ऑब्जेक्ट्स।
Standard Objects : Salesforce द्वारा प्रदान किए गए स्टैंडर्ड ऑब्जेक्ट्स को कस्टमाइज़ कर सकते हैं, जैसे कि Accounts, Contacts, Opportunities आदि।
Fields: आप ऑब्जेक्ट्स में नए कस्टम फील्ड्स जोड़ सकते हैं, या मौजूदा फील्ड्स को कस्टमाइज़ कर सकते हैं। फील्ड्स की मदद से आप डेटा को व्यवस्थित कर सकते हैं।
3. Page Layouts :
Page Layout Customization : आप पेज लेआउट्स को कस्टमाइज़ कर सकते हैं ताकि उपयोगकर्ताओं को डेटा को अधिक प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने में मदद मिल सके। इसमें आप फील्ड्स की व्यवस्था, सेक्शंस, और रिलेटेड लिस्ट्स को कस्टमाइज़ कर सकते हैं।
Record Types : विभिन्न रिकॉर्ड प्रकारों के लिए अलग-अलग पेज लेआउट्स असाइन कर सकते हैं, ताकि उपयोगकर्ताओं को उनकी ज़रूरत के अनुसार इंटरफ़ेस मिले।
4. Tabs :
Custom Tabs : नए कस्टम ऑब्जेक्ट्स, वेब पेजेज़, या विजुअलफोर्स पेजेज़ के लिए कस्टम टैब्स बना सकते हैं।
Tab Settings : आप यह निर्धारित कर सकते हैं कि कौन से टैब्स किस उपयोगकर्ता प्रोफ़ाइल को दिखाई देंगे और उनकी डिफ़ॉल्ट स्थिति क्या होगी।
5. Profiles and Permission Sets :
Profiles : विभिन्न उपयोगकर्ताओं के लिए प्रोफाइल्स सेट कर सकते हैं, जिसमें उन्हें विभिन्न ऑब्जेक्ट्स, फील्ड्स, और ऐप्स तक एक्सेस की अनुमति दी जाती है।
Permission Sets : प्रोफाइल्स के अलावा, आप विशेष एक्सेस प्रदान करने के लिए पर्मिशन सेट्स का उपयोग कर सकते हैं।
6. Workflow Rules and Process Automation :
Workflows : आप वर्कफ़्लो रूल्स सेट कर सकते हैं, जो ट्रिगर होते हैं जब कोई विशेष कंडीशन पूरी होती है, जैसे कि ईमेल अलर्ट भेजना या रिकॉर्ड अपडेट करना।
Process Builder : प्रोसेस बिल्डर का उपयोग करके आप अधिक जटिल ऑटोमेशन बना सकते हैं, जो विभिन्न ऑब्जेक्ट्स और शर्तों पर आधारित होते हैं।
7. Reports and Dashboards :
Report Types : कस्टम रिपोर्ट प्रकार बनाकर आप उपयोगकर्ताओं को विशेष प्रकार की रिपोर्ट्स बनाने में मदद कर सकते हैं।
Dashboards : आप कस्टम डैशबोर्ड बना सकते हैं जो महत्वपूर्ण डेटा को विज़ुअलाइज़ करता है और उपयोगकर्ताओं को उनके प्रदर्शन का आकलन करने में मदद करता है।
8. Lightning App Builder :
Lightning Pages : कस्टम लाइटनिंग पेजेज़ क्रिएट और कस्टमाइज़ कर सकते हैं जो विभिन्न कार्यों और डेटा को प्रदर्शित करते हैं। इसमें ड्रैग-एंड-ड्रॉप इंटरफेस के साथ आप आसानी से पेजेज़ डिजाइन कर सकते हैं।
Components : कस्टम और स्टैंडर्ड कॉम्पोनेंट्स का उपयोग करके ऐप्स को अधिक कार्यक्षम बना सकते हैं।
9. Mobile Configuration :
Salesforce Mobile App : मोबाइल ऐप्लिकेशन के लिए कस्टम सेटिंग्स और कॉन्फ़िगरेशन को सेट कर सकते हैं, ताकि उपयोगकर्ता अपने मोबाइल डिवाइस से भी आसानी से Salesforce का उपयोग कर सकें।
Importance of Application Setup in Salesforce in Hindi | Application Setup का महत्व :
Customization : आपके व्यवसाय की आवश्यकताओं के अनुसार Salesforce ऐप्स को कस्टमाइज़ करने की अनुमति देता है।
Productivity : सही सेटअप के साथ, उपयोगकर्ता अधिक प्रभावी ढंग से काम कर सकते हैं, क्योंकि उनके पास वही टूल्स और डेटा होते हैं जो उनके लिए महत्वपूर्ण हैं।
Security : प्रोफाइल्स और पर्मिशन सेट्स के माध्यम से डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है।
Automation : वर्कफ़्लो और प्रोसेस ऑटोमेशन के माध्यम से मैनुअल कार्यों को स्वचालित किया जा सकता है, जिससे समय और मेहनत की बचत होती है।
What is Administration Setup In Salesforce In Hindi | सेल्सफोर्स में Administration Setup क्या है :
Administration Setup Salesforce में वह क्षेत्र है, जहाँ एडमिनिस्ट्रेटर अपने ऑर्गनाइजेशन के सेटिंग्स, सुरक्षा, डेटा प्रबंधन, और उपयोगकर्ता प्रशासन को नियंत्रित और कॉन्फ़िगर कर सकते हैं। यह सेटअप ऑर्गनाइजेशन के दैनिक संचालन को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण होता है।
Component of Administration Setup In Salesforce In Hindi | सेल्सफोर्स में Administration Setup के मुख्य घटक :
1. User Management :
Users : यहाँ से नए उपयोगकर्ता बनाए जाते हैं, उनकी प्रोफ़ाइल्स और रोल्स असाइन किए जाते हैं, और उनकी लॉगिन जानकारी मैनेज की जाती है।
Profiles : उपयोगकर्ताओं को उनकी भूमिका के अनुसार प्रोफ़ाइल्स असाइन की जाती हैं, जो यह निर्धारित करती हैं कि उन्हें Salesforce में क्या-क्या एक्सेस प्राप्त होगा।
Permission Sets : विशिष्ट पर्मिशन सेट्स बनाए जाते हैं जो प्रोफ़ाइल्स के अतिरिक्त अधिकार देते हैं, जैसे कि कुछ ऑब्जेक्ट्स पर विशेष कार्यों की अनुमति।
Roles : ऑर्गनाइजेशनल हायरार्की में उपयोगकर्ताओं की भूमिका को सेट करता है, जिससे रिकॉर्ड्स की शेरिंग और दृश्यता को नियंत्रित किया जाता है।
2. Security Controls :
Organization-Wide Defaults (OWD): यह डिफ़ॉल्ट सेटिंग्स तय करती हैं कि रिकॉर्ड्स के साथ अन्य उपयोगकर्ता क्या कर सकते हैं (जैसे कि देखना, संपादित करना, या डिलीट करना)।
Sharing Rules : कस्टम शेरिंग रूल्स बनाए जाते हैं ताकि रिकॉर्ड्स को विशेष उपयोगकर्ताओं या समूहों के साथ साझा किया जा सके।
Field-Level Security : फील्ड-लेवल सुरक्षा सेट की जाती है, जिससे यह नियंत्रित किया जा सकता है कि कौन से उपयोगकर्ता कौन से फील्ड्स को देख सकते हैं या संपादित कर सकते हैं।
Login Access Policies : लॉगिन के लिए सुरक्षा नीतियाँ सेट की जाती हैं, जैसे IP रेंज, लॉगिन ऑवर्स, और मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (MFA)।
3. Data Management :
Data Import Wizard : डेटा इंपोर्ट करने के लिए टूल, जो आपको CSV फ़ाइल्स के माध्यम से Salesforce में डेटा इंपोर्ट करने की अनुमति देता है।
Data Loader : अधिक जटिल डेटा ऑपरेशंस के लिए एक टूल, जो बड़ी मात्रा में डेटा इंपोर्ट, अपडेट, डिलीट, या एक्सपोर्ट करने में मदद करता है।
Duplicate Management: डुप्लिकेट डेटा की पहचान और प्रबंधन के लिए सेटिंग्स, जिससे डेटा की शुद्धता बनी रहती है।
Data Backup & Export: अपने डेटा का बैकअप लेने और उसे एक्सपोर्ट करने के विकल्प।
4. Service Setup (Service Cloud) :
Case Management : केसेज़ के लिए सेटिंग्स, जो आपको ग्राहक सहायता के लिए केसेज़ को ट्रैक और प्रबंधित करने की अनुमति देती हैं।
Service Console : सर्विस कंसोल को कॉन्फ़िगर करना, जिसमें कस्टमर सपोर्ट एजेंट्स के लिए आवश्यक सभी उपकरण होते हैं।
Entitlement Management : ग्राहकों के लिए एंटाइटलमेंट्स और SLA's (Service Level Agreements) को सेट और ट्रैक करना।
5. App Setup :
Installed Packages : तीसरे पक्ष द्वारा विकसित किए गए एप्लिकेशन (AppExchange से) को इंस्टॉल और मैनेज करना।
App Manager : आपके द्वारा बनाए गए कस्टम ऐप्स और उन्हें उपयोगकर्ताओं के लिए एक्सेसिबल बनाने के लिए सेटिंग्स।
Lightning App Builder : ऐप्स और पेजेज़ को कस्टमाइज़ और कॉन्फ़िगर करने के लिए एक ड्रैग-एंड-ड्रॉप इंटरफेस।
6. Process Automation :
Workflow Rules : स्वचालित कार्यों के लिए वर्कफ़्लो रूल्स सेट करना, जैसे ईमेल अलर्ट्स, टास्क असाइनमेंट, या रिकॉर्ड्स अपडेट करना।
Process Builder : एक अधिक उन्नत टूल जो वर्कफ़्लोज़ को स्वचालित करने के लिए विभिन्न शर्तों और क्रियाओं का उपयोग करता है।
Approval Processes : स्वीकृति प्रक्रियाएँ सेट की जाती हैं, जिससे रिकॉर्ड्स को विभिन्न चरणों में अनुमोदित किया जा सकता है।
Flow : अधिक जटिल ऑटोमेशन बनाने के लिए फ्लोज़ का उपयोग करें, जैसे कि मल्टी-स्टेप ऑटोमेशन, स्क्रीन फ्लोज़, और बैच ऑपरेशंस।
7. Reports and Dashboards :
Report Types : कस्टम रिपोर्ट प्रकार बनाए जाते हैं जो उपयोगकर्ताओं को विशिष्ट डेटा का विश्लेषण करने की अनुमति देते हैं।
Dashboards : कस्टम डैशबोर्ड बनाए जाते हैं जो विज़ुअलाइज़ेशन के माध्यम से डेटा की विस्तृत जानकारी प्रदान करते हैं।
8. Email Administration :
Email Deliverability : Salesforce से ईमेल भेजने के लिए डिलीवरेबिलिटी सेटिंग्स को कॉन्फ़िगर करना।
Email Templates : विभिन्न उद्देश्यों के लिए ईमेल टेम्प्लेट्स को क्रिएट और मैनेज करना।
Mass Email : बड़े पैमाने पर ईमेल भेजने के लिए सेटिंग्स, जैसे न्यूज़लेटर्स, प्रमोशनल ऑफ़र्स, आदि।
Importance of Administration Setup in Salesforce in Hindi | Administration Setup का महत्व :
- Security : Administration Setup के माध्यम से एडमिन्स Salesforce ऑर्गनाइजेशन की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।
- Data Management : यह डेटा को सुरक्षित, संगठित और सटीक रखने में मदद करता है।
- Automation : स्वचालन प्रक्रियाओं के माध्यम से कार्यक्षमता को बढ़ाता है, जिससे मैनुअल प्रयासों में कमी आती है।
- Customization : आपके संगठन की विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुसार सिस्टम को कस्टमाइज़ करने की अनुमति देता है।